कानपुरः सीबीआई की टीम ने तिलकनगर स्थित रोटोमैक ग्रुप के मालिक विक्रम कोठारी के आवास पर छापेमारी की। कोठारी पर कई बैंकों को करोड़ों का चूना लगाने का आरोप है। इसके बाद ईडी की तीन टीमें और आयकर की टीमें भी मौके पर पहुंची। सीबीआइ टीम ने कोठारी परिवार के सभी सदस्यों के पासपोर्ट और मोबाइल कब्जे में ले लिए हैं। उनकी सभी चल और अचल संपत्ति के कागजों की पड़ताल की जा रही है। कोठारी को तिलकनगर स्थित घर में ही हिरासत में रखा गया है। टीम में लखनऊ से सीबीआई के डिप्टी डायरेक्टर पीके श्रीवास्तव और उनकी टीम शामिल है। आवास पर छापा मारने के साथ ही टीम ने कंपनी के सिटी सेंटर मॉल रोड स्थित ऑफिस और पनकी स्थित रोटोमैक फैक्ट्री पर भी छापे की कार्रवाई की। इसके अलावा घर के सभी कीमती सामान और संपत्तियों का मूल्यांकन किया जा रहा है। कोठारी परिवार के बिजनेस से जुड़े लैपटॉप, कम्प्यूटर की भी जांच की जा रही है। परिजनों के मोबाइल फोन को भी कब्जे में लिया गया है। इधर छह बैंकों की कंसोर्टियम बनाकर कोठारी ग्रुप को लोन देने के मामले में स्थानीय बैंक अधिकारियों ने चुप्पी साध ली है और हेड आफिस से मामला डील होने की बात की। इस कंसोर्टियम में बैंक ऑफ बड़ौदा, पीएनबी, इंडियन ओवरसीज बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, इलाहाबाद बैंक और यूनियन बैंक शामिल हैं।