पटना। मुजफ्फरपुर में लड़कियों से बलात्कार को लेकर बिहार उबल रहा है। इस मामले पर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने घटना को शर्मसार करार दिया है। हालांकि उन्होंने कहा कि ‘जब तक मैं हूं, कानून के राज से कोई समझौता नहीं होगा, जो किया गया है वो पाप है और इसकी सजा तो मिलनी ही चाहिए।’
राजधानी में कन्या उत्थान योजना का उद्घाटन के मौके पर नीतीश कुमार ने मुजफ्फरपुर की घटना का जिक्र किया। नीतीश कुमार ने कहा कि मुजफ्फरपुर मामले की सीबीआई जांच हो रही है। उन्होंने एडवोकेट जनरल से कहा है कि हाईकोर्ट की मॉनिटरिंग में सीबीआई जांच होनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘इसका ध्यान रखना होगा कि मामले में कोई बचने ना पाए। हमारा तंत्र इस तरह से विकसित होना चाहिए कि इस तरह की घटनाएं ना घटें।’
बता दें कि मुजफ्फरपुर में बच्चियों से रेप मामले में विपक्ष लगातार हमलावर है। विधानसभा और सड़कों पर प्रदर्शन के साथ-साथ नेताओं के बीच ट्विटर वॉर भी जमकर हो रहा है। राजद नेता तेजप्रताप यादव ने अपने ट्विटर हैंडल से मामले के मुख्य आरोपी ब्रजेश ठाकुर और नीतीश कुमार तथा सुशील मोदी की साथ वाली फोटो शेयर की। साथ ही सरकार पर आरोपी का बचाव करने का आरोप लगाया है।
मुजफ्फरपुर बालिका यौन शोषण मामले में ब्रजेश ठाकुर सहित 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सुपुर्द किया चुका है। गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने भी स्वत: संज्ञान लेते हुए पूरे मामले पर केंद्र और बिहार सरकार को नोटिस भेजा है। कोर्ट ने इस मामले में सहयोग के लिए सुप्रीम कोर्ट के वकील अपर्णा भट्ट को न्याय मित्र नियुक्त किया है।
दूसरी तरफ पटना हाईकोर्ट ने मुजफ्फरपुर बालिका गृह यौन शोषण मामले में बिहार सरकार को केस डायरी जमा करने का निर्देश दिया है। संस्था के संचालक ब्रजेश ठाकुर ने नियमित जमानत के लिए याचिका दायर किया है।
बिहार सरकार के पैसे पर चलने वाले इस एनजीओ के प्रमुख ब्रजेश ठाकुर हैं। शेल्टर होम की 34 लड़कियों से कथित तौर पर बलात्कार किया गया है। मुख्य आरोपियों में ब्रजेश ठाकुर का भी नाम शामिल है। सीबीआई उन डॉक्टरों और फॉरेंसिक विशेषज्ञों के भी बयान दर्ज करेगी और उनसे सबूत इकट्ठा करेगी जिनकी सेवाएं पुलिस ने अपनी जांच के दौरान ली थी। मामले में 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें 7 महिलाएं शामिल हैं।