देहरादून। किसान आंदोलन और कृषि कानून के विरोध में उत्तराखंड महिला कांग्रेस गाजीपुर बॉर्डर पहुंची, जहां उन्होंने भारतीय किसान युनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कृषि कानून को काला कानून बताया। साथ ही केंद्र पर किसान विरोधी होने का आरोप लगाया।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह भी गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसानों का समर्थन किया था और राकेश टिकैत से मुलाकात की थी। वहीं, प्रदेश कांग्रेस से जुड़ी महिलाओं ने आज गाजीपुर बॉर्डर पहुंचकर किसान नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की और उन्हें अपना समर्थन दिया। गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में प्रतिभाग करने वालों में महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष सरोजिनी कैंतूरा, महामंत्री गोदावरी थापली, प्रदेश प्रवक्ता और एआईसीसी सदस्य गरिमा दसौनी, प्रदेश सचिव शांति रावत और परिणीति बडोला शामिल रही।
इस दौरान कांग्रेस नेता गरिमा दसौनी ने कहा कि मैं किसानों के समर्पण, प्रतिबद्धता और दृढ़ निश्चय की वजह से कृषि कानूनों के खिलाफ यह आंदोलन सफलतापूर्वक चल रहा है, लेकिन सरकार द्वेष भावना से आंदोलन क्षेत्र की बिजली, पानी, इंटरनेट सेवाओं को बाधित कर रही है। ताकि किसान आंदोलन को कुचला जा सके। उन्होंने कहा कि आज आंदोलन का हिस्सा होने पर मैं खुद को गौरवांवित महसूस कर रही हूं।