उत्तराखंड के चमोली में जोशीमठ के पास रविवार को एक ग्लेशियर टूट गया। इस घटना से धौलीगंगा नदी का जल स्तर अचानक बढ़ गया। यहां लगे पावर प्रोजेक्ट के 150 मजदूर लापता हैं। नदी के किनारे बसे कई घरों को नुकसान पहुंचा है। धौलीगंगा के किनारे बसे गांवों को खाली करवाया जा रहा है। इस आपदा में ऋषि गंगा पावर प्रोजेक्ट और एनटीपीसी के प्रोजेक्ट को नुकसान पहुंचा है। तपोवन बैराज भी क्षतिग्रस्त हो गया है। ये दूरदराज के इलाके हैं। इसके अलावा अलकनंदा, श्रीनगर डैम और ऋषिकेश डैम पर भी ग्लेशियर टूटने का असर पड़ा है
मोली जिले के रैणी गांव के ऊपर वाली गली से ग्लेशियर टूट गया है जिस कारण यहां पावर प्रोजेक्ट ऋषि गंगा को भारी नुकसान हुआ है. साथ ही धौलीगंगा ग्लेशियर की तबाही के साथ तपोवन में बैराज को भी भारी नुकसान की सूचना मिल रही है. प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई है. अभी स्थिति पूरी तरह से स्पष्ट नहीं हो पाई है कि इस तबाही में कितना नुकसान हो पाया है. इस घटना में जाल माल का बड़ी संख्या में नुकसान होने की आशंका है. ये घटना सुबह आठ से नौ बजे के बीच की है. इस घटना को लेकर प्रशासन अलर्ट हो चुका है