यूपी-उत्तराखण्ड कुरआन प्रतियोगिता में पाया पहला स्थान
अखिल भारतीय मुकाबले के लिये किया क्वालीफाई
देहरादून पहुंचने पर हुआ जौरदार स्वागत
देहरादून। उत्तराखण्ड में प्रतिभाओ की कमी नही है, बस जरूरत है, उन हीरो को तराशने की, जहां-जहां प्रतिभाओं को तराशा जा रहा है, वह उत्तराखण्ड का नाम रोशन कर रहें हैं। ऐसी ही एक प्रतिभा को मदरसा दार-ए-अरकम ने निखारा तो उसने उत्तराखण्ड का नाम रोशन कर दिया।
मदरसा दार-ए-अरकम आजाद कालोनी के छात्र हाफिज मोहम्मद सुफयान ने मदरसे का ही नही उत्तराखण्ड का नाम भी रोशन किया है। हाल ही में जामिया इशातुल उलूम अक्कल कुंआ महाराष्ट्र की और से 10वीं अखिल भारतीय कुरआन पढ़ने की प्रतियोगिया का क्वालीफायर राउंड यूपी के सहारनपुर में आयोजित कराया गया, जिसमें ऑल यूपी-उत्तराखण्ड के कुल 275 मदरसों के 600 सौ से अधिक छात्रों ने प्रतिभाग किया। मदरसा दार-ए-अरकम आजाद कालोनी देहरादून के छात्र हाफिज मोहम्मद सुफयान ने उत्तराखण्ड में प्रथम और यूपी-उत्तराखण्ड में चैथा स्थान प्राप्त कर जहां ऑल इंडिया प्रतियोगिता के लिये क्वालीफायर किया वही, प्रथम आकर उत्तराखण्ड का भी नाम रोशन कर दिया है।
हाफिज मोहम्मद सुफयान के शुक्रवार को देहरादून पहुंचने पर मदरसे की और से जौरदार स्वागत किया गया। इस मौके पर मरदसे की जानिब से हाफिज मोहम्मद सुफयान व उनके उस्ताद मौलाना अब्दुल वाजिद को सम्मानित करने का फैसला लिया गया है।
इस मौके पर मदरसा संरक्षक हाफिज सुलेमान, प्रबंधक मास्टर अब्दुल सत्तार, मोहतमिम हाफिज मौहम्मद शाहनजर, मुफ्ति अयाज अहमद जामई, मुफ्ति बुरहानुद्दीन रब्बानी कासमी, मौलाना अब्दुल वाजिद, मौलाना शोबान, कारी आरिफ, कारी फरहान, कारी शाहवेज, कारी मुंतजिर, हाजी शमशाद, हाजी जफर, तौसीफ खान, अशरफ मलिक, मास्टर मोहसिन, कारी इरफान, अनीस राणा, खुर्शीद अहमद, मुकीम अहमद, मौलाना सुहैल मलिक, मौलाना अबु बकर आदि मौजूद रहे।
सुरंग में 40 नहीं 41 श्रमिक फंसे
उत्तरकाशी। श्रमिकों की संख्या के मामले में भी कंपनी की बडी़ लापरवाही सामने आई है। सातपें दिन पता चला है कि सुरंग में 40 नहीं 41 श्रमिक फंसे हुए हैं। 41 वें श्रमिक की पहचान बिहार मुजफ्फरपुर के गिजास टोला निवासी दीपक कुमार के रूप में हुई है। जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने बताया कि जब 41 श्रमिक का नाम सूची में सामने आया तब एनएचआइडीसीएल और निर्माण कंपनी नवयुग कंस्ट्रक्शन बड़ी लापरवाही का पता चला। 12 नवंबर को सुरंग में भूस्खलन के बाद एनएचआइडीसीएल और नवयुग कंस्ट्रक्शन की ओर से 40 श्रमिकों के नाम और पते प्रशासन को उपलब्ध कराए गए थे। अब सात दिन बाद यह लापरवाही सामने आई है।