त्रासदी में लापता लोगों को जल्द से जल्द तलाशना हमारी प्राथमिकता- डीजीपी उत्तराखण्ड
डीजीपी उत्तराखण्ड द्वारा आपदाग्रस्त क्षेत्र हर्षिल, धराली का स्थलीय निरीक्षण कर रेस्क्यू कार्यों का लिया गया जायजा
पुलिस महानिदेशक उत्तराखण्ड, श्री दीपम सेठ द्वारा आज 8 अगस्त 2025 को जनपद उत्तरकाशी के हर्षिल, धराली आपदा ग्रस्त क्षेत्र में पहुंचकर घटना स्थल का भौतिक निरीक्षण तथा राहत एवं बचाव कार्यों का जायजा लिया गया। रेस्क्यू कार्य में जुटी पुलिस एसडीआरएफ, फायर व अन्य आपदा एजेन्सियों को बचाव कार्यों में और अधिक तेजी एवं प्रबलता लाने के निर्देश दिये गये। उनके द्वारा आपदा प्रभावित लोगों से मुलाकात कर उनका हाल-चाल जानते हुये घटना के सम्बन्ध में विभिन्न तथ्यों पर चर्चा की गयी।
त्रासदी स्थल का निरीक्षण करने के उपरांत उनके द्वारा उत्तरकाशी जिला मुख्यालय पहुंचकर पुलिस लाईन सभागार में रेस्क्यू में लगे पुलिस अधिकारियों की मीटिंग लेकर रेस्क्यू कार्यों की समीक्षा तथा अपदा प्रबन्धन के सम्बन्ध में चर्चा परिचर्चा कर जरुरी दिशा-निर्देश दिये गये। उनके द्वारा बताया गया कि बारिश व विषम भौतिक परिस्थितियों के बीच अभी तक पुलिस व अन्य रेस्क्यू एजेंसियों द्वारा रेस्क्यू को अच्छे से अंजाम दिया गया है। आपदा ग्रस्त क्षेत्र से जल्द घायलों व फंसे लोगों को सुरक्षित एयर लिप्ट कराने के साथ-साथ हमें आपदा में लापता लोगों की खोज एवं बचाव कार्य पर फोकस करना है। लापता लोगों को जल्द से जल्द तलाश करना हमारी प्राथमिकता है, इस दुखद त्रासदी में हम सभी को एक बेहतर समन्वय एवं कार्य योजना के साथ त्वरित राहत एवं बचाव कार्य करने हैं। उनके द्वारा सभी को एक प्रभावी व व्यवस्थित आपदा प्रबन्धन हेतु उचित मार्ग दर्शन किया गया।
उनके द्वारा बताया गया कि इस दुखद व विनाशकारी आपदा के बीच कुछ लोगों द्वारा सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारियां प्रसारित कर लोगों को भ्रम में डाला जा रहा है। ऐसे लोगों पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। सोशल मीडिया पर लगातार निगरानी बनाये रखें।
मीटिंग में अपर पुलिस महानिदेशक अभिसूचना/प्रशासन श्री ए0पी0 अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक गढवाल परिक्षेत्र श्री राजीव स्वरुप, पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ श्री अरुण मोहन जोशी, पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी श्रीमती सरिता डोबाल, पुलिस अधीक्षक श्री पी0के0 राय, पुलिस अधीक्षक श्रीमती श्वेता चौबे, पुलिस अधीक्षक श्री सुरजीत सिंह पंवार सहित अन्य अधिकारी गण द्वारा प्रतिभाग किया गया।