नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, विदेश सचिव विजय गोखले और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल भूटान के गोपनीय दौरे पर गए, जहां उन्होंने भूटान के नेतृत्व के साथ डोकलाम में हालात तथा इस पठार के आसपास चीन द्वारा रक्षा अवसंरचना का निर्माण किए जाने सहित प्रमुख रणनीतिक मुद्दों पर गहन चर्चा की। सरकारी सूत्रों के मुताबिक दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय सुरक्षा और रक्षा सहयोग के मुद्दों की समीक्षा की। इस दौरान दोनों पक्षों ने महत्वपूर्ण डोकलाम पठार में चीन की बढ़ती सैन्य मौजूदगी तथा अवसंरचना विकास पर ध्यान केंद्रित किया। बताया जा रहा है कि यह दौरा 6 और 7 फरवरी को हुआ और प्रमुख भारतीय अधिकारियों तथा भूटान सरकार के बीच बैठकों से ‘‘सकारात्मक’’ परिणाम सामने आए। इस बात पर भी विचार हुआ कि दोनों देशों के बीच रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को और अधिक मजबूत कैसे किया जाए। जनरल रावत, डोभाल और गोखले का यह दौरा डोकलाम गतिरोध के बाद भारत की ओर से भूटान का पहला शीर्ष भारतीय अधिकारियों का दौरा था। भूटान और भारत दोनों ही पक्षों ने इस दौरे को गोपनीय रखा।