सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के बाद अब आयकर विभाग ने रोटोमैक समूह और उसके प्रमोटरों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। अधिकारियों ने कहा कि उनके खिलाफ कथित कर चोरी की जांच के संबंध में 11 बैंक खातों में लेन-देन को रोक दिया गया है। शुरुआती कार्रवाई करीब 85 करोड़ की ‘बकाया कर मांग’ को ध्यान में रखकर की गई है। उन्होंने कहा कि विभाग ने पिछली जनवरी में समूह के तीन खातों में लेन-देन पर रोक लगाई गई थी। सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय सात बैंकों के समूह द्वारा कानपुर के इस समूह को दिये गए 3,695 करोड़ रूपये के कर्ज में धोखाखड़ी की जांच कर रहे हैं। सीबीआई ने बैंक ऑफ बड़ौदा से मिली शिकायत पर रोटोमैक ग्लोबल प्राइवेट लिमिटेड, उसके निदेशक विक्रम कोठारी, उनकी पत्नी साधना कोठारी, बेटे राहुल कोठारी और अज्ञात बैंक अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और छापेमारी की थी। इस दौरान सीबीआई की टीम ने कई महत्वपूर्ण फाइलों को अपने कब्जे में लिया है। सीबीआई की एक टीम विक्रम कोठारी की पत्नी साधना कोठारी को कार में बैठाकर ले गई है। माना जा रहा है कि टीम उनको लेकर बैंक गई है, जहां पर उनकी कंपनी तथा व्यक्तिगत खातों की जांच की जाएगी।