शिलॉन्ग। मेघायल की राजधानी शिलॉन्ग में हिंसा भड़काने के लिए मुख्यमंत्री संगमा ने इसके लिए हो रही फंडिंग को जिम्मेदार ठहराया है। सीएम संगमा का कहना है कि हिंसा फैलाने के लिए फंडिंग हो रही है। उन्होंने कहा कि इस हिंसा को कुछ लोग सांप्रदायिक रंग दे रहे हैं। हिंसा भड़काने के लिए पैसा और शराब बांटा जा रहा है।
इस बीच रविवार को शहर में 7 घंटे की ढील दी गई। उधर सेना को हिंसा के मद्देनजर अलर्ट पर रखा गया है। हिंसा प्रभावित इलाकों में सरकार ने भी अपना एक दल भेजा है। जानकारी के मुताबिक, इस हिंसा में अबतक कम से कम 10 लोग घायल हो गए हैं। अधिकारियों के मुताबिक रविवार को सुबह आठ बजे से शाम 3 बजे तक लोगों को बाहर निकलने की अनुमति दी गई।
इस बीच सीएम कोनार्ड संगमा ने कहा है कि यह समस्या स्थानीय है और इसका किसी सांप्रदायिक हिंसा से कोई संबंध नहीं है। सीएम ने कहा कि यह मात्र एक संयोग है कि इसमें दो समुदाय शामिल हैं लेकिन यह सांप्रदायिक हिंसा नहीं है। हिंसा के बाद भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
इस मामले में केस दर्ज कर तीन स्थानीय लड़कों के साथ हुई मारपीट में शामिल एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उसके साथियों की तलाश की जा रही है।