लखनऊ। भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तर प्रदेश प्रांत के सोनौली में एक बेहद प्राचीन रथ मिला है। यह रथ एक कब्र की खुदाई के बाद मिले हैं। वैसे कालीबंगन और लोथल की खुदाई से पहले भी कई कब्रगाह मिले हैं लेकिन ऐसा पहली बार है जब एक कब्रगाह के साथ रथ भी मिला है।
इस रथ के मिलने के बाद एक्सपर्ट्स का मानना है कि इससे महाभारत काल और हड़प्पा काल में घोड़े की उत्पत्ति को लेकर भी कई नए तथ्य सामने आने की संभावना है।
इस रथ के मिलने के बाद एक बड़ा सवाल यह खड़ा हो गया है कि क्या पहले रथ को खींचने के लिए किसी जानवर का उपयोग होता था और यदि होता था तो किस जानवर का होता था- बैल या घोड़ा? हालांकि एक्सपर्ट्स का मानना है कि घोड़े का प्रयोग उस समय रथ को खींचने के लिए किया जाता रहा होगा।
इस रथ में खास बात यह है कि इस रथ की बनावट बिलकुल वैसी ही है जैसे इसके समकालीन मेसोपोटामिया आदि दूसरी सभ्यताओं में किया जाता था। इस रथ के पहिए की बनावट ठोस है इसमें तीलियां नहीं हैं। रथ के साथ पुरातत्वविदों को मुकुट भी मिला है जिसे रथ की सवारी करने वालों द्वारा पहना जाता रहा होगा।