पुष्पांजलि, नई दिल्ली। मोदी सरकार ने अनुशासन और राष्ट्रवाद को बढ़ावा देने के लिए हर साल 10 लाख युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण देने की योजना बना रही है। भारतीय जनसांख्यिकी का फायदा उठाने के लिए नेशनल यूथ एमपावरमेंट स्कीम के तहत इन युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण देने की योजना पर विचार चल रहा है।
इसमें कक्षा 10 वीं और 12 वीं में प्रवेश लेने वाले विदयार्थियों को शामिल किया जाएगा। इस योजना के तहत सरकार इन युवाओं को 12 महीने तक एक निश्चित स्टाइपेंड भी देगी। इसके अलावा डिफेंस, पैरामिलिट्री और पुलिस में भर्ती होने वालों के लिए यह प्रशिक्षण अनिवार्य बनाया जाएगा।
सूत्रों के मुताबिक इस बैठक के दौरान कुछ अधिकारियों ने एनएसएस के तहत आरक्षण देने के मुद्दे को उठाया, तो किसी ने इस योजना की बजाय एनएसएस का विस्तार करने व मजबूत करने की बात कही। इस योजना के जरिए युवाओं में राष्ट्रवाद, अनुशासन और आत्मसम्मान को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे भारत को विश्वगुरु बनाने और पीएम मोदी के न्यू इंडिया 2022 विजन को हासिल करने में मदद मिलेगी।
इसके तहत युवाओं को सैन्य प्रशिक्षण के साथ ही वोकेशनल, आईटी स्किल और आपदा प्रबंधन का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा योग, आयुर्वेद और प्राचीन भारतीय दर्शन के मूल्यों की जानकारी व ट्रेनिंग दी जाएगी। यह प्रशिक्षण एक साल का होगा।
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