अब ज़रा सोचिए, कोई बच्चा आंखों पर पट्टी बांधकर रंग पहचान ले, रास्ता ढूंढ ले, किताब पढ़ ले, और मां-बाप को चौंका दे – तो आप क्या कहेंगे? यही कहेंगे कि कुछ तो गड़बड़ है। लेकिन नहीं भइया, अब यह ‘गड़बड़’ नहीं बल्कि दृष्टि चक्र का कमाल है। देहरादून में एक नया झंडा गड़ा है – बच्चों की छुपी प्रतिभा को जगाने वाला झंडा। नाम है – समर ब्रेन बूस्ट कैंप – 2025।
ये कैंप है क्या बला?
आप सोच रहे होंगे कि ये क्या नया बवाल है? तो सुनिए।
ये है बच्चों के लिए scientifically designed Midbrain Activation Program, जो 3 से 17 साल के बच्चों के लिए खासतौर पर बनाया गया है। दावा है कि इससे बच्चों की याददाश्त, रचनात्मकता, एकाग्रता और आत्मविश्वास में गजब का इज़ाफा होता है।
बोलचाल की भाषा में कहें तो –
“बच्चा पढ़ाई से भागेगा नहीं, बल्कि किताबें खुद उठाएगा!”
कहां हो रहा है ये चमत्कारी कार्यक्रम?
जगह: दृष्टि चक्र कार्यालय, 25-नींबूवाला, तीसरी मंज़िल, गढ़ी कैंट, देहरादून।
समय: हर रविवार, दोपहर 12:30 बजे फ्री डेमो।
और हां, ये कोई गली-मुहल्ले का टाइम पास नहीं है।
Certified Trainers के द्वारा Proven Scientific Methodology के तहत करवाया जा रहा है।
इस प्रोग्राम में ऐसा क्या है जो बाकी जगहों पर नहीं?
चलो अब एकदम काम की बात करते हैं।
ये कोई मैजिक शो नहीं है, लेकिन रिज़ल्ट्स मैजिक जैसे ज़रूर हैं।
फायदे पढ़ो, खुद समझ जाओगे:
Focus बढ़ता है:
बच्चा क्लास में उड़ता नहीं, मन लगाकर पढ़ता है।
Memory तेज होती है:
जो बच्चा पहले “पढ़ा है पर याद नहीं” वाला डायलॉग मारता था, अब वो टॉपर की लाइन में खड़ा है।
Creativity & Intuition में बूस्ट:
कला, संगीत, पेंटिंग – बच्चे में छिपे हुनर खुद बोलने लगते हैं।
Screen Addiction कम:
मोबाइल से चिपका बच्चा अब पजल्स और किताबों की तरफ भागता है।
Self-confidence में जबरदस्त निखार:
Stage पर बोलने से डरने वाला बच्चा अब माइक पकड़ता है।
Decision-making और Sensory Awareness में सुधार:
मतलब बच्चा अब सिर्फ स्मार्ट नहीं, सेंसिटिव भी बनता है।
क्या ये सब वाकई मुमकिन है?
अब आप कहेंगे, “भैया! ये तो सब फिल्मी लग रहा है।”
“न भाई, ये रजनीकांत का सीन नहीं, ये रियलिटी है!”
दरअसल, मिडब्रेन एक्टिवेशन एक ऐसा प्रोग्राम है, जो ब्रेन के बीच वाले हिस्से – यानी Midbrain को एक्टिव करता है।
ये हिस्सा इमोशन, एकाग्रता, बाल-बुद्धि और अंतर्ज्ञान से जुड़ा होता है।
जब बच्चे का ये हिस्सा एक्टिव होता है तो वो चीज़ें जल्दी सीखता है, समझता है और याद भी रखता है।
कैसे काम करता है ये प्रोग्राम?
इस कैंप में बच्चों को ब्रेन जिम, मेमोरी गेम्स, योग, संगीत और ब्लाइंडफोल्ड एक्टिविटीज़ के ज़रिए ट्रेंड किया जाता है।
ब्लाइंडफोल्ड एक्टिविटीज़?
हां जी! मतलब बच्चे आंखों पर पट्टी बांधकर रंग पहचानते हैं, किताब पढ़ते हैं, यहां तक कि ड्राइंग भी कर लेते हैं।
“बिना देखे देखना – यही है असली ब्रेन गेम!”
कौन-कौन करवा रहा है ट्रेनिंग?
अब सवाल उठता है – “कौन हैं ये लोग?”
तो भइया, ये कोई गली के कोच नहीं हैं।
ये डॉक्टरेट होल्डर्स, एजुकेशन एक्सपर्ट्स, और न्यूरो-साइंस आधारित ट्रेनर हैं।
जिन्होंने देशभर में सैकड़ों बच्चों के ब्रेन को तेज किया है।
माता-पिता की राय क्या है?
मिसेज शर्मा (माँ, देहरादून):
“मेरे बेटे को पहले पढ़ाई में मन नहीं लगता था। मोबाइल से अलग नहीं होता था। अब वो खुद किताब लेकर बैठता है और खुद नोट्स बनाता है। मैं हैरान हूँ!”
“हमने सोचा था एक बार डेमो देख लेंगे, लेकिन डेमो देखकर रजिस्ट्रेशन तुरंत करवा दिया। बच्चे का आत्मविश्वास और मेमोरी दोनों बढ़े हैं।”
डेमो क्यों ज़रूरी है?
क्योंकि जब आंखों से देखोगे तभी यकीन होगा।
हर रविवार 12:30 बजे फ्री डेमो सेशन होता है –
जहां बच्चे की मानसिक क्षमता का परीक्षण होता है, और माता-पिता को पूरा प्रोसेस समझाया जाता है।
रजिस्ट्रेशन कैसे करें?
मोबाइल नंबर:
9022378168 | 9599180539
वेबसाइट:
www.dirishtichakra.com
ऑनलाइन भी रजिस्ट्रेशन हो जाता है। और हां, सीटें लिमिटेड हैं।
अब असली सवाल – फीस कितनी है?
अब ये मत सोचो कि ये लाखों वाला ‘इंटरनेशनल कोर्स’ है।
फीस वाजिब है, और फ्री डेमो सेशन में सब डिटेल्स दिए जाते हैं।
मतलब पहले देखो, समझो – फिर भरोसा करो।
बच्चों का भविष्य, आंखों के सामने!
समर की छुट्टियों में बच्चे आमतौर पर या तो मोबाइल में घुसे रहते हैं, या फिर बेवजह घूमते हैं।
लेकिन अगर ये दो महीने किसी सही ट्रेनिंग में लगाए जाएं, तो ये भविष्य की नींव बन सकते हैं।
“आज खिलौनों से खेलने वाला बच्चा, कल दुनिया से खेल जाएगा – बस सही दिशा मिलनी चाहिए।”
दृष्टि चक्र का ये समर ब्रेन बूस्ट कैंप सिर्फ एक कैंप नहीं है, बल्कि ये बच्चों को मानसिक रूप से सशक्त करने की एक ठोस शुरुआत है।
आज जब बच्चे ट्यूशन और कोचिंग से थक गए हैं, वहां ये प्रोग्राम उनकी प्रतिभा को अंदर से निखारता है।
“बच्चा सिर्फ नंबर लाने की मशीन नहीं है, वो एक सोचने-समझने वाली ब्रह्मांडीय शक्ति है। बस उसे पहचानना आता हो।”
अगर आप देहरादून में हैं और अपने बच्चे के भविष्य को लेकर वाकई गंभीर हैं,
तो एक बार दृष्टि चक्र के इस ब्रेन बूस्ट कैंप में ज़रूर जाएं।
आपके बच्चे की आंखों में जो चमक लौटेगी, वो आपको बताने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।
-परिणीता